मंगलवार, 28 फ़रवरी 2012

आरक्षण और मुसलमान

मुस्लिम समाज किस अभिशाप से ग्रसित है ये किसि भी मुस्लिम नेता या दल को सोचने की फ़ुरसत ही नही है चुनाव के वक्त ये लोग मुस्लिमो को आरक्षण और न जाने क्या-क्या वायदे करते हैं इस के पश्चात ये सब भूल जाते हैं देश के मुस्लिमो ने कभि सोचा है कि वो आज़ादी के ६३ वर्षों बाद किस स्थिति मे पहुंच गये हैं आज देश मे मुस्लिम दलितो से निम्न स्तर पर हैं मुस्लिम सिर्फ़ वोट बैंक बन कर रह गये हैं धर्म के आधार पर मुस्लिमो को आरक्षण नही चाहिये ये तुष्टिकरण की नीति है मुस्लिमो को निर्धनता व पिछड़ेपन के आधार पर कुछ आरक्षण देना चाहिये इस से देश का विकास होगा......